सभागाछीः गाछी है पर सभा नहीं
September 20, 2010 बिमलेश कुमार मधुबनी ज़िला मुख्यालय से महज़ छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सौराठ गांव. यह गांव वैवाहिक सम्मेलन के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. यह सम्मेलन सौराठ सभा के नाम से जाना जाता है. सौराठ सभा संभवत: विश्व में अपने ढंग का अनूठा वैवाहिक सम्मेलन है, जहां प्रति वर्ष मैथिल ब्राह्मण समुदाय के लड़के-लड़कियों की शादियां तय होती हैं, लेकिन अब यहां से शादी तय करना गुजरे जमाने की बात हो गई है. लोग यहां आना तक मुनासिब नहीं समझते, जिसके चलते इस ऐतिहासिक परंपरा का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. अगर समय रहते लोगों ने इस पर सोचना शुरू नहीं किया तो यह ऐतिहासिक परंपरा इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जाएगी. वरों का यह अनूठा मेला अब अपनी चमक खोता जा रहा है. एक समय था, जब शादी करने और कराने वालों की यहां भीड़ लगी रहती थी. कहा तो यहां तक जाता है कि मेले में लोगों को पैर रखने के लिए जगह तक नहीं मिलती थी. लाखों की संख्या में लोग आते थे, लेकिन अब मुश्किल से एकाध हज़ार लोग ही मेले में पहुंचते हैं. यही वजह है कि ऐतिहासिक सभागाछी खत्म होने की कगार पर पहुंच गई है....